Wednesday, December 5, 2007

धर्मपुर क इतिहास

धर्मपुर क असल नाम कनकपुर छैक. हमर प्रपितामह तारानाथ झा धानेरामपुर (उजान गाम क एक अन्य टोल) क छलाह. हुनकर निःसंतान मौसी हुनका अपन पोसपुत्र बना लेलखिन्ह आ ओ धर्मपुर चल अयलाह. हमर प्रपितामह कें पांच गोट पुत्र आ तीन गोट पुत्री रहथिन्ह. पुत्र में रमानाथ झा, तंत्रनाथ झा, शचीनाथ झा, बोधनाथ झा आ रविनाथ झा. हमर प्रपितामह क तीन पुत्री क नाम हमरा नहिं बूझल अछि, यद्यपि हुनकर संतान सभ सं परिचय अछि. हमर पिता क एक टा पिसिया, जिनका हम नुनू मैयां कहैत रहियैन्हि, हमरा मोन छथि. अस्तु, हमर प्रपितामह क देहांत 1962 ईस्वी में भेल. तहिया हम मात्र एक वर्ष क छलहुं.
हमर बाबा छलाह रमानाथ झा. पितामही के दाइजी कहैत छलियैन्हि. बाबा-दाइजी लग जन्म भेल आ बाल्यावस्था हुनके सभ लग बीतल. बाबा संयुक्त परिवार क प्रमुख छलाह. दरभंगा में डेरा छल राजकुमारगंज में बी टाइप क्वार्टर. डेरा पर कतेक लोक रहैत छलैक- गौआं काका, पाठक जी, टुने चाचा, बुआ काका, अपन दीदी, नयी मां, लाल काका, नुनू काका, बाउ बाबा, छब्बी दीदी, सत्ती दीदी, लल्लू भाइजी, संजू, बौअन, कूकू, रूमा, बौआ भाई, दीपू, जीबू भाइजी, बड़की मां, काकाजी. सबहक विषय में अलग-अलग खिस्सा कहब.
अस्तु, फेर चलू धर्मपुर. हमर प्रपितामह ओहिठाम बसला. क्रमशः मखना के बसेलखिन्ह. मखना हुनकर खबास छलैन्हि. हमरा ओ मोन नहिं अछि. धर्मपुर क इतिहास क विषय में हमर नुनू बाबा (शचीनाथ झा, जे संप्रति अमेरिका में छथि) एकटा संस्मरण हमरा पठौने छथि. अंगरेजी में. ओकर अनुवाद कय रहल छी. फेर खिस्सा आगू बढ़त.

2 comments:

Anonymous said...

dear Bhaiji

many many hearty congratulations for such a wonderful website.

it is very rich in information and fantastic in presentation.

i must admit, very very dignified effort.

my heartiest wishes. i wish and will try to enrich it.

Suman.

Anonymous said...

Hello Mama,

It was a great initiative from you to write on the minute details of our legacy. Interesting reads....do not stop posting.Expecting more soon.

Regards,
Rohit